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Sunday, September 25, 2011

पंजाबी+सिखों के त्याग+ एकजुटता की विरासत का अनुकरणीय प्रदर्शन किया है|

बीते सप्ताह देश और विदेश में कुछ घटनाएँ ऐसी भी घटी हैं जिन्होंने  पंजाबी+सिखों के त्याग+मेहनत+और एकजुटता की विरासत का अनुकरणीय प्रदर्शन किया है|उसके कुछ उदहारण निम्न हैं 
[१]उत्तर प्रदेश के मेरठ में बीते दिनों शहर विधायक हाजी याकूब कुरेशी ने  कमेले  के उदघाटन समारोह में  भैसों की तुलना सिखों से करके प्रसिद्धी पाई मगर सिख और पंजाबी समाज ने एक जुट होकर इसका पुरजोर विरोध किया नतीजतन  सत्ता पक्ष के इस विधायक को लिखित में माफी मांगनी  पडी |और गुरुद्वारा सिंह सभा ने माफी दे दी है
[२]लास वेगास [विदेश] में भी सिखों को पगड़ी  और दाड़ी केकारण मुस्लिम आतंकवादी समझ कर निशाना बनाया जा रहा था और अब ,परम्पराओं और संस्कृति के सदके ,लास वेगास पोलिस ने एक आन लाइन कोर्स शुरू करके सिख धरम की शिक्षा देने की पहल की है|
[३]आज देश के पी एम् एक सिख हैं मगर १९८४ के दंगों के कारण उन्हें देश और विदेश में विरोध का सामना करना पड़ता है|   amerikaa  में भी  डाक्टर मनमोहन सिंह का सिखों  ने  विरोध  करके सिख विरोधी १९८४ के दंगो के दोषिओं को मंत्री पद से हटाने की maang की| 
   अपने विचारों को प्रगट करने के लिए  विरोध स्वरुप प्रदर्शन करने का सभी को अधिकार है मगर सयुंक्त राष्ट्र महासभा के बाहर अपने ही पी एम् का विरोध [,इसकी उपयोगिता पर]कुछ सवाल भी खड़े करता है|  फ़्रांस में होने वाले जी२० के सम्मेलन में भी घोषित विरोध के निर्णय को कार्यान्वित करने से पूर्व  इन सवालों का जवाब  पाना दानिश मंदी होगी