उत्तर प्रदेश के मेरठ हमेशा से ही साम्प्रदाईक्ता की द्रष्टि से संवेदनशील रहा है पिछले कुछ दशकों से बाज़ार वाद के उभार में यह यह संवेदनशीलता दबी रही है मगर 04-07-2012 को अचानक बाज़ार के दो दिग्गजों के आपसी झगड़ों के कारण बरसों से दबी साम्प्रदाईक भावना को चिंगारी मिल गई । लोग सडकों पर उतर आये। पथराव हुआ और साजिशन आतंकवादी ताकतों के समर्थन में नारे बाज़ी भी हुई । दिल्ली रोड पर ट्रेफिक का जाम होना तो लाज़मी था।
मौजूदा महीना इबादत का है हिन्दू जहां शिव शंकर के नाम की कावण उठा रहे है तो मुस्लिम भी अपनों की याद में शबे बरात मनाते हैं ऐसे पाक पवित्र महीने में तीन समुदाय[सिख++हिन्दु==मुस्लिम]] आमने सामने आ कर नफ़रत के खेल में डूब गए ।
गर्मी के इस रिकार्ड तौड मौसम में फ्रिज++कूलरों से राहत मिलती है लेकिन इन दोनों ठंडक प्रदाता उत्पादों को लेकर सोती गंज में साम्प्रदाईक पारा ऊपर उठ गया। कुदरत ने जहां ठंडी हवाओं की छोटी सी सौगात बक्शी वहीं नफ़रत क पारा ऊपर उठ गया \
एक सिख व्यापारी रंजित सिंह ने अपने पडौसी मुस्लिम व्यापारी युनुस से अपने होटल लिब्रा के लिए फ्रिज और कूलरों का सौदा किया इसी लेन देन में दोनों में अमानत में खयानत क आरोप प्रत्यारोप लगे विवाद बड़ा और बात समुदायों की प्रतिष्ठा पर आ गई ।एक पक्ष की भीड़ ने सिख व्यापारी की पगड़ी उछाल दी नतीजतन बबाल हो गया ।दूकान पर हुई दूकान दारों की बात सडकों पर आ गई । व्यापार संघ के दोनों सदस्य हैं सो बीच बचाव की कौशिश की गई मगर अलगाव वादी संघठन के समर्थन में नारे बाज़ी से व्यापारी नेता भी असहज दिखे। हमेशा की तरह तहरीर पर कुछ लोगों के विरुद्ध ऍफ़ आई आर दर्ज हो गया है\सुरक्षा बल वापस बैरकों में भेज दिए गए हैं और छेत्र की पोलिस हमेशा की तरह समस्या पर नज़र रखे हुए हैं\\
इससे एक बात तो अंडर लाईन की ही जानी चाहिए कि [1]आतंकवादी संघठन के समर्थन में नारे बाज़ी के विषय में स्थानीय गुप्तचर एजेंसिओं की अज्ञानता किस हद तक क्षमेय है[2] दिल्ली रोड पर भविष्य में ट्रेफिक जाम से निबटने कोकोई कारगर यौजना बना ली जानी चाहिए \ [जमोस सबलोक]]
इबादत के महीने में कूलर फ्रीज को लेकर सोती गंज में साम्प्रदाईक बवाल
मौजूदा महीना इबादत का है हिन्दू जहां शिव शंकर के नाम की कावण उठा रहे है तो मुस्लिम भी अपनों की याद में शबे बरात मनाते हैं ऐसे पाक पवित्र महीने में तीन समुदाय[सिख++हिन्दु==मुस्लिम]] आमने सामने आ कर नफ़रत के खेल में डूब गए ।
गर्मी के इस रिकार्ड तौड मौसम में फ्रिज++कूलरों से राहत मिलती है लेकिन इन दोनों ठंडक प्रदाता उत्पादों को लेकर सोती गंज में साम्प्रदाईक पारा ऊपर उठ गया। कुदरत ने जहां ठंडी हवाओं की छोटी सी सौगात बक्शी वहीं नफ़रत क पारा ऊपर उठ गया \
एक सिख व्यापारी रंजित सिंह ने अपने पडौसी मुस्लिम व्यापारी युनुस से अपने होटल लिब्रा के लिए फ्रिज और कूलरों का सौदा किया इसी लेन देन में दोनों में अमानत में खयानत क आरोप प्रत्यारोप लगे विवाद बड़ा और बात समुदायों की प्रतिष्ठा पर आ गई ।एक पक्ष की भीड़ ने सिख व्यापारी की पगड़ी उछाल दी नतीजतन बबाल हो गया ।दूकान पर हुई दूकान दारों की बात सडकों पर आ गई । व्यापार संघ के दोनों सदस्य हैं सो बीच बचाव की कौशिश की गई मगर अलगाव वादी संघठन के समर्थन में नारे बाज़ी से व्यापारी नेता भी असहज दिखे। हमेशा की तरह तहरीर पर कुछ लोगों के विरुद्ध ऍफ़ आई आर दर्ज हो गया है\सुरक्षा बल वापस बैरकों में भेज दिए गए हैं और छेत्र की पोलिस हमेशा की तरह समस्या पर नज़र रखे हुए हैं\\
इससे एक बात तो अंडर लाईन की ही जानी चाहिए कि [1]आतंकवादी संघठन के समर्थन में नारे बाज़ी के विषय में स्थानीय गुप्तचर एजेंसिओं की अज्ञानता किस हद तक क्षमेय है[2] दिल्ली रोड पर भविष्य में ट्रेफिक जाम से निबटने कोकोई कारगर यौजना बना ली जानी चाहिए \ [जमोस सबलोक]]
इबादत के महीने में कूलर फ्रीज को लेकर सोती गंज में साम्प्रदाईक बवाल