Tuesday, March 20, 2012
Tuesday, March 13, 2012
सरकारों के तमाम रोज़गार संबंधी दावे केवल हवा हवाई ही साबित होते हैं।
उत्तर प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जबसे बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही है तब से रोज़गार कार्यालायोंमे युवाओं की कतारें लम्बी होने लग गई हैं।मेरठ में तो 'प्रतिदिन यह आंकडा ३००० को छु रहाहै।
यद्यपि यह भत्ता ३५ वर्षीय[१२वी पास] बेरोजगार को ही मिलेगा मगर रोज़गार दफ्तर में पोस्ट ग्रेजुएट तक लाइन लगाए हैं\शादी शुदा +पिता+माता+तक एक हाथ से अपने शिशुओं को गोद मेंसंभाले और दूसरे हाथ में कागजात लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं।
प्रदेश के रोज़गार कार्यालयों में बेरोजगारों के पंजीयन के आंकड़ों पर नज़र डालने से पता चलता हे के वर्ष २०१० में ४.२५ लाख पंजीयन होने के साथ यह संख्या १९.८० लाख पर पहुँच गई।
बेरोजगारों के दिनों दिन बड़ती लाइनों से चिंता होना स्वाभाविक है ।इससे एक बात साफ होजाती है की पुराणी[केंद्र+राज्य] सरकारों के तमाम रोज़गार संबंधी दावे केवल हवा हवाई ही साबित होते हैं।और अखिलेश जी देश को बेरोजगारी भत्ता आगे नहीं बढ़ाएगा वरन रोज़गार के अवसर पैदा कीजिये क्योंकि अमेरिका भी अपने यहाँ यह भत्ता दे रहा है मगर वहां बेरोजगारों की संख्या निरंतर बढ ही रही है।
यद्यपि यह भत्ता ३५ वर्षीय[१२वी पास] बेरोजगार को ही मिलेगा मगर रोज़गार दफ्तर में पोस्ट ग्रेजुएट तक लाइन लगाए हैं\शादी शुदा +पिता+माता+तक एक हाथ से अपने शिशुओं को गोद मेंसंभाले और दूसरे हाथ में कागजात लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं।
प्रदेश के रोज़गार कार्यालयों में बेरोजगारों के पंजीयन के आंकड़ों पर नज़र डालने से पता चलता हे के वर्ष २०१० में ४.२५ लाख पंजीयन होने के साथ यह संख्या १९.८० लाख पर पहुँच गई।
बेरोजगारों के दिनों दिन बड़ती लाइनों से चिंता होना स्वाभाविक है ।इससे एक बात साफ होजाती है की पुराणी[केंद्र+राज्य] सरकारों के तमाम रोज़गार संबंधी दावे केवल हवा हवाई ही साबित होते हैं।और अखिलेश जी देश को बेरोजगारी भत्ता आगे नहीं बढ़ाएगा वरन रोज़गार के अवसर पैदा कीजिये क्योंकि अमेरिका भी अपने यहाँ यह भत्ता दे रहा है मगर वहां बेरोजगारों की संख्या निरंतर बढ ही रही है।
Tuesday, March 06, 2012
४ राज्यों में कांग्रेस की हार किस पर सवालिया निशाँ लगाती है
४ राज्यों में कांग्रेस की हार किस पर सवालिया निशाँ लगाती है
[१]राहुल गांधी के व्यक्तित्व के करिश्मे पर या राहुल पर मीडिया का जरुरत से ज्यादा फोकस
[२][१] पंजाब [११]उत्तर प्रदेश [१११]गोआ या फिर उत्तराखंड में कांग्रेस का नेतृत्व
[३]केंद्र सरकार में थोपे गए प्रदेश के मंत्रिओं की ख्वाह्मखाह गालबजाही
[४]केंद्र सरकार की हवा हवाई नीतियाँ
[५]या फिर विपक्षियों की नीतियाँ या कार्यवाही
[१]राहुल गांधी के व्यक्तित्व के करिश्मे पर या राहुल पर मीडिया का जरुरत से ज्यादा फोकस
[२][१] पंजाब [११]उत्तर प्रदेश [१११]गोआ या फिर उत्तराखंड में कांग्रेस का नेतृत्व
[३]केंद्र सरकार में थोपे गए प्रदेश के मंत्रिओं की ख्वाह्मखाह गालबजाही
[४]केंद्र सरकार की हवा हवाई नीतियाँ
[५]या फिर विपक्षियों की नीतियाँ या कार्यवाही
Sunday, March 04, 2012
जिनका मुह नहीं देखने को कसमे खाई जाती रही।अब वोही दायें बाएं मेल जोल की ख्वाहिशें उछाल रहे हैं।
लो जी करलो गल हाँ जी यूं पी में करोड़ों रुपये कर्च करके चुनाव करवाए मगर १६ वीं विधान सभा के लिए मीडिया में घरैड पै ही गई।पार्टियों में भम्बरभूसा पै गया+नेता बेचारे सरकार बनाने या मुख्यमंत्री बनाने के लिए गद्दी घेर में घिर गएहैं मतबल नतीजे की भैंस गई पानी में ।
पोस्ट पोल नतीजों में [हंग असम्बली] लटकती विधान सभा की सम्भावनाओं को व्यक्त किया गया है।ऐसे में पूर्व प्रचारित रास्त्रपति शासन से बचने से राजनितिक गठजोड़ के समीकरण तलाशे जाने लगे हैं\कल तक जिनका मुह नहीं देखने को कसमे खाई जाती रही।अब वोही दायें बाएं मेल जोल की ख्वाहिशें उछाल रहे हैं।
रालोद के युवराज जयंत चौधरी ने अपने पिता अजित सिंह की पूर्व घोषणा के विरुद्ध सपा के दरवाज़े खुले होने की बात लीक कर दी ।दूसरी तरफ सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव इसका खंडन करते हुए किसी भी गटबंधन से इनकार कर रहे है
कांग्रेसी स्टील मंत्री बैनी प्रसाद वर्मा मुलायम सिंह यादव के मुकाबले मायावती के प्रति राजनितिक आकर्षण का प्रदर्शन कर रहे हैं।राशिद अल्वी बेचारे चीख चीख कर नतीजों के लिए निर्धारित ६ मार्च तक प्रतीक्षा करने की दुहाई दे रहे हैं।
भाजपाई नेतागण प्रदेश में प्रेसिडेंट रूल को विफल करने को किसी भी हद तक जाने को ताल ठोकते फिर रहे हैं।अब ६ मार्च को 'पता चलेगा की प्रदेश में असली युव राज कौन है [अ]राहुल गांधी[आ]अखिलेश यादव[इ]जयंत चौधरी
पोस्ट पोल नतीजों में [हंग असम्बली] लटकती विधान सभा की सम्भावनाओं को व्यक्त किया गया है।ऐसे में पूर्व प्रचारित रास्त्रपति शासन से बचने से राजनितिक गठजोड़ के समीकरण तलाशे जाने लगे हैं\कल तक जिनका मुह नहीं देखने को कसमे खाई जाती रही।अब वोही दायें बाएं मेल जोल की ख्वाहिशें उछाल रहे हैं।
रालोद के युवराज जयंत चौधरी ने अपने पिता अजित सिंह की पूर्व घोषणा के विरुद्ध सपा के दरवाज़े खुले होने की बात लीक कर दी ।दूसरी तरफ सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव इसका खंडन करते हुए किसी भी गटबंधन से इनकार कर रहे है
कांग्रेसी स्टील मंत्री बैनी प्रसाद वर्मा मुलायम सिंह यादव के मुकाबले मायावती के प्रति राजनितिक आकर्षण का प्रदर्शन कर रहे हैं।राशिद अल्वी बेचारे चीख चीख कर नतीजों के लिए निर्धारित ६ मार्च तक प्रतीक्षा करने की दुहाई दे रहे हैं।
भाजपाई नेतागण प्रदेश में प्रेसिडेंट रूल को विफल करने को किसी भी हद तक जाने को ताल ठोकते फिर रहे हैं।अब ६ मार्च को 'पता चलेगा की प्रदेश में असली युव राज कौन है [अ]राहुल गांधी[आ]अखिलेश यादव[इ]जयंत चौधरी
Subscribe to:
Posts (Atom)