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Saturday, June 30, 2012

दिल के बहलाने को कश्मीरी जन्नत का ख्याल अच्छा ही है।

कश्मीर भारत  की जन्नत है  इसी जन्नत में एक सप्ताह बिता कर हम भी एक सप्ताह के लिए ही सही जन्नत नशीं हो  चुके हैं इसीलिए इस जन्नत की कुछ हकीकत गालिबन हमें भी  हो गई है।जाहिर है की बकौल ग़ालिब दिल के बहलाने को  जन्नत का ख्याल अच्छा ही है।
काश्मीर का दिल श्रीनगर और श्रीनगर की जान डल  लेक है।इस लेक की सफाई की  व्यवस्था के तमाम दावे केवल किताबी ही दिखाई दिए कुछ उदहारण  प्रस्तुत हैं
[1]डल  लेक पर हाउस बोट के वेस्ट  की निकासी और गंदे पानी के ट्रीटमेंट का कोई उपाय नहीं है
[2]डल  लेक के पानी में जीवन यापन करने वाली  मछलिओं  का शिकार करने वाले परिंदों और मानवों की कमी नहीं है लेकिन इस पानी में तैरने वाली काई+घास आदि की भी भरमार है[फोटो 1] जिसके फलस्वरूप साफ़ पानी को  नीचे तक देख पाना असंभव है ।
[3]डल  लेक को साफ़ करने को एक  मशीन  लेक में है मगर इसकी स्पीड बर्ष भर में ढाई  कोस ही है [फोटो 2]
[4]डल  का इलाका व्यापार की द्रष्टि  से महत्वपूर्ण है मगर सफाई की  बद इन्तेजामी व्यवस्था के तमाम दावों पर प्रश्न चिन्ह  लगा रही है  [फोटो 3]
[1] डल  में घास 

[2]घास साफ़ करने वाली मशीन एक किनारे लगी है 

[3]सफाई की बद इन्तेजामी 

[4]अनियंत्रित ट्रफिक 

[5]  कश्मीरी जन्नत ]
[5] आये दिन लगाने वाले ट्रेफिक जाम बेशक घाटी  में पर्यटकों की आमद और घाटी में सामान्य होते हालात का प्रदर्शन करते हों मगर ट्रेफिक पोलिस को भी कहीं न कहीं कटघरे में खडा करते ही है [फोटो 4]